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Hindi Journalism BAHL N-221 UOU | Important Questions & Solved Paper 2025

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उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (Uttarakhand Open University) के बी.ए. पाठ्यक्रम के अंतर्गत BAHL N-221 विषय “हिंदी पत्रकारिता” छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम 2025 की परीक्षा के लिए सबसे संभावित महत्वपूर्ण प्रश्नों, के उत्तर साझा कर रहे हैं। Hindi Journalism BAHL N-221 UOU | Important Questions & Solved Paper 2025 प्रश्न 01 :- हिंदी पत्रकारिता के इतिहास के आधार पर उसके योगदान को रेखांकित कीजिए। उत्तर: हिंदी पत्रकारिता का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सामाजिक सुधार, जन-जागरण और राष्ट्र निर्माण से गहराई से जुड़ा हुआ है। इसका आरंभ 19वीं शताब्दी में हुआ और समय के साथ इसने समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हिंदी पत्रकारिता का संक्षिप्त इतिहास: 1. प्रारंभिक चरण (1826–1900): "उदंत मार्तंड" (1826) को हिंदी का पहला समाचार पत्र माना जाता है, जिसे पं. जुगल किशोर शुक्ल ने कलकत्ता से निकाला। इस समय पत्रकारिता का उद्देश्य था – शिक्षा, जागरूकता और सामाजिक सुधार। जातिवाद, अंधविश्वास, सती प्रथा जैसे मुद्दों पर खुलकर लेख लिखे गए। 2. राष्ट्रवादी चरण (1900–1947): यह समय ...

BAPS N 202 (UOU BA 4th Semester): 18 Important Questions and Answers 2025

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आज हम आपको UOU STUDY POINT की तरफ से UTTRAKHAND OPEN UNIVERSITY के पेपर कोड BAPS-N-202 के 4 सेमेस्टर के 18 महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर लाए है जो आपकी परीक्षा में बहुत उपयोगी होंगे BAPS N 202 (UOU BA 4th Semester): 18 Important Questions and Answers 2025 प्रश्न 01 :- विविध काल में भारत के संवैधानिक विकास पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए  उत्तर :- भारत का संवैधानिक विकास एक लंबी ऐतिहासिक प्रक्रिया का परिणाम है, जो विभिन्न कालखंडों में हुई सामाजिक, राजनीतिक और कानूनी परिवर्तनों से प्रभावित रहा है। इस विकास को निम्नलिखित प्रमुख कालों में बाँटा जा सकता है: 1. ब्रिटिश शासनकाल पूर्व स्थिति ब्रिटिश शासन से पहले भारत में कोई एकीकृत संविधान नहीं था। विभिन्न क्षेत्रों में राजाओं और नवाबों के अपने-अपने नियम-कानून चलते थे। मौखिक परंपराएं और धार्मिक ग्रंथ जैसे मनुस्मृति आदि समाज को संचालित करते थे। 2. ब्रिटिश शासनकाल (1773 – 1947) ब्रिटिश शासनकाल में भारत में संवैधानिक विकास की नींव रखी गई। इस दौरान ब्रिटिश संसद द्वारा कई अधिनियम पारित किए गए, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं: (क) रेगुलेटिंग एक्ट, 1...

BAHL-(N)-202 TOP 15 QUESTIONS AND ANSWERS

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आज हम आपको UOU STUDY POINT की तरफ से UTTRAKHAND OPEN UNIVERSITY के पेपर Code BAHL-N-202 के 4 सेमेस्टर के 15 महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर लाए है जो आपकी परीक्षा में बहुत उपयोगी होंगे BAHL(N)-202 TOP 15 QUESTIONS AND ANSWERS  प्रश्न 01: हिंदी नाटक के उद्भव और विकास पर प्रकाश डालिए। उत्तर :- हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में नाटक एक प्रभावशाली और जीवंत विधा है, जो न केवल पाठकों को मनोरंजन प्रदान करती है, बल्कि समाज के यथार्थ, समस्याओं, और संवेदनाओं को भी प्रस्तुत करती है। हिंदी नाटक का विकास एक लंबे ऐतिहासिक और साहित्यिक क्रम से होकर गुजरा है। ✦ हिंदी नाटक का उद्भव (Origin of Hindi Drama): हिंदी नाटक का प्रारंभिक स्वरूप भारतेंदु युग में दिखाई देता है। हालाँकि संस्कृत, अपभ्रंश, ब्रज और अवधी भाषाओं में भी नाटक लिखे गए थे, लेकिन आधुनिक हिंदी नाटक का उद्भव 19वीं सदी के उत्तरार्ध में हुआ। ► पूर्व-आधुनिक काल: संस्कृत नाटक: कालिदास, भवभूति, भास जैसे नाटककारों की रचनाओं ने भारतीय नाट्य परंपरा को समृद्ध किया। भक्तिकाल और रीतिकाल: इस काल में मुख्य रूप से धार्मिक एवं राजसी विषयों पर आधारित ...