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BAED N 201 SOLVED QUESTION PAPER DECEMBER 2024

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आज हम आपको UOU STUDY POINT की तरफ से UTTRAKHAND OPEN UNIVERSITY के पेपर Code BAED-N-201 के DECEMBER 2024 के 3rd सेमेस्टर के  महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर लाए है जो आपकी परीक्षा में बहुत उपयोगी होंगे BAED-N-201 SOLVED QUESTION PAPER DECEMBER 2024 Long Answer Type Questions प्रश्न 01: आजीवन शिक्षा क्या है? आजीवन शिक्षा की विशेषताएँ, लाभ तथा महत्व का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए। उत्तर. परिभाषा: आजीवन शिक्षा (Lifelong Learning) का आशय उस प्रक्रिया से है, जो व्यक्ति के जीवन भर चलती रहती है। यह एक सतत शिक्षा प्रणाली है, जिसमें व्यक्ति औपचारिक, अनौपचारिक या स्वयं अध्ययन के माध्यम से निरंतर ज्ञान, कौशल और समझ विकसित करता है। यह शिक्षा सिर्फ औपचारिक विद्यालय या विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह जीवन के प्रत्येक चरण, हर स्थान और परिस्थिति में व्यक्ति के सीखने की क्षमता को बढ़ावा देती है। आजीवन शिक्षा की विशेषताएँ (Characteristics of Lifelong Education): 1. सतत प्रक्रिया (Continuous Process): यह शिक्षा जीवन की शुरुआत से अंत तक चलती रहती है। यह कभी समाप्त नहीं होती। 2. स्वयं प्रेरित (...

Hindi Journalism BAHL N-221 UOU | Important Questions & Solved Paper 2025

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उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (Uttarakhand Open University) के बी.ए. पाठ्यक्रम के अंतर्गत BAHL N-221 विषय “हिंदी पत्रकारिता” छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम 2025 की परीक्षा के लिए सबसे संभावित महत्वपूर्ण प्रश्नों, के उत्तर साझा कर रहे हैं। Hindi Journalism BAHL N-221 UOU | Important Questions & Solved Paper 2025 प्रश्न 01 :- हिंदी पत्रकारिता के इतिहास के आधार पर उसके योगदान को रेखांकित कीजिए। उत्तर: हिंदी पत्रकारिता का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सामाजिक सुधार, जन-जागरण और राष्ट्र निर्माण से गहराई से जुड़ा हुआ है। इसका आरंभ 19वीं शताब्दी में हुआ और समय के साथ इसने समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हिंदी पत्रकारिता का संक्षिप्त इतिहास: 1. प्रारंभिक चरण (1826–1900): "उदंत मार्तंड" (1826) को हिंदी का पहला समाचार पत्र माना जाता है, जिसे पं. जुगल किशोर शुक्ल ने कलकत्ता से निकाला। इस समय पत्रकारिता का उद्देश्य था – शिक्षा, जागरूकता और सामाजिक सुधार। जातिवाद, अंधविश्वास, सती प्रथा जैसे मुद्दों पर खुलकर लेख लिखे गए। 2. राष्ट्रवादी चरण (1900–1947): यह समय ...

BAPS N 202 (UOU BA 4th Semester): 18 Important Questions and Answers 2025

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आज हम आपको UOU STUDY POINT की तरफ से UTTRAKHAND OPEN UNIVERSITY के पेपर कोड BAPS-N-202 के 4 सेमेस्टर के 18 महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर लाए है जो आपकी परीक्षा में बहुत उपयोगी होंगे BAPS N 202 (UOU BA 4th Semester): 18 Important Questions and Answers 2025 प्रश्न 01 :- विविध काल में भारत के संवैधानिक विकास पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए  उत्तर :- भारत का संवैधानिक विकास एक लंबी ऐतिहासिक प्रक्रिया का परिणाम है, जो विभिन्न कालखंडों में हुई सामाजिक, राजनीतिक और कानूनी परिवर्तनों से प्रभावित रहा है। इस विकास को निम्नलिखित प्रमुख कालों में बाँटा जा सकता है: 1. ब्रिटिश शासनकाल पूर्व स्थिति ब्रिटिश शासन से पहले भारत में कोई एकीकृत संविधान नहीं था। विभिन्न क्षेत्रों में राजाओं और नवाबों के अपने-अपने नियम-कानून चलते थे। मौखिक परंपराएं और धार्मिक ग्रंथ जैसे मनुस्मृति आदि समाज को संचालित करते थे। 2. ब्रिटिश शासनकाल (1773 – 1947) ब्रिटिश शासनकाल में भारत में संवैधानिक विकास की नींव रखी गई। इस दौरान ब्रिटिश संसद द्वारा कई अधिनियम पारित किए गए, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं: (क) रेगुलेटिंग एक्ट, 1...